दिल्ली -: एक बात हम सभी अच्छी तरीके से जानते हैं कि देश में बढ़ती आबादी के कारण इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल भी ज्यादा बढ़ रहा है जहां पर हर साल इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन हमारे देश में आज भी पावर प्लांट की संख्या उतनी ही है जितनी कि 5 साल पहले थी |
ऐसी परिस्थिति में पावर प्लांट पर काफी ज्यादा दबाव बना रहता है ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिसिटी का उत्पादन करने का वहीं पर आज देश में कुल मिलाकर 135 पावर प्लांट है जो कि कोयले से चलते हैं और भारत में अधिकांश बिजली 135 पावर प्लांट से देश के लगभग सभी राज्यों में दी जाती है |
लेकिन जो 135 पावर प्लांट पूरे चल रहे हैं उन में आने वाले कुछ दिनों के अंदर समस्या शुरू होने वाली है जहां पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर इस समस्या के बारे में विस्तार से जानकारी दी और आग्रह किया है कि प्रधानमंत्री दिल्ली में आगे आने वाले समय में जो होने वाली इलेक्ट्रिक की समस्या है उसको समाधान निकालने में कुछ मदद करें |
हम इस पोस्ट में आपको बिल्कुल विस्तार से बताएंगे कि आखिरकार दिल्ली में यह समस्या क्यों आए और इस पर अरविंद केजरीवाल की सरकार क्या कार्य कर रही है इसके अलावा दूसरी जॉब दिल्ली के अंदर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई करने वाली कंपनियां है इनके द्वारा क्या कहा गया है इस पर भी हम आपको विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे |
लेकिन यहां पर हम इससे पहले कि दिल्ली में आने वाले समय में इलेक्ट्रिसिटी की समस्या बढ़ सकती है हम आपको यह भी बताना चाहते हैं कि अगर आपको इस प्रकार की और भी सभी राज्यों की जानकारी चाहिए और अगर हर एक न्यूज़ को सबसे पहले पढ़ना चाहते हैं तो हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध दूसरी पोस्ट को भी पढ़ सकते हैं |
नितिन गडकरी ने कहा कि पेट्रोल और डीजल को बंद करना है
सभी मुख्य पावर प्लांट में कोयला खत्म
इस समस्या को थोड़ा विस्तार से हम यहां पर बताते हैं कि आखिरकार दिल्ली के अंदर आने वाले समय में इलेक्ट्रिसिटी की समस्या की हो सकती है क्योंकि देश में अधिकांश इलेक्ट्रिसिटी जैसा कि हमने बताया कि कोयला के माध्यम से ही बनाई जाती है |
ऐसे में देश में जितने भी कोयले से चलने वाले प्लांट है उन सभी के अंदर कोयला खत्म होने को है यहां पर हम आपको बताना चाहेंगे कि इन सभी प्लांट के अंदर 1 हफ्ते से भी कम का कोयला उपलब्ध है जिसकी वजह से यह सभी प्लांट अपनी पूरी क्षमता से कार्य नहीं कर रहे हैं और जितनी इलेक्ट्रिसिटी एक दिन में जनरेट करनी चाहिए | उतनी इलेक्ट्रिसिटी यह सभी पावर प्लांट नहीं बना पा रहे है |
इसके अलावा परिस्थिति और ज्यादा गंभीर हो चुकी है क्योंकि 28 ऐसे पावर प्लांट है जिनमें कि 2 दिन से भी कम का कोयला बचा हुआ है यानी कि 2 दिन के बाद में 28 पावर प्लांट पूरी तरीके से बंद हो जाएंगे और कोई भी बिजली इन पावर प्लांट में नहीं बनाई जाएगी |
इन सब समस्या के बीच में दिल्ली सरकार की काफी सक्रिय हो चुकी है और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने लेटर लिखकर प्रधानमंत्री को यह बताया है कि आने वाले समय में दिल्ली में काफी ज्यादा बड़ी इलेक्ट्रिसिटी की समस्या होने वाली है क्योंकि पावर प्लांट को पर्याप्त कोयला नहीं मिल पा रहा है |
इसलिए दिल्ली के सीएम केजरीवाल जी ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि वह इस पर कुछ कार्रवाई करें और जितना जल्दी हो सके इन सभी पावर प्लांट के अंदर कोयला और गैस को पहुंचाने के लिए कुछ मदद करें जिससे कि जितना जल्दी हो सके इन फॉर प्लांट के अंदर कोयला मिल सके और यह फिर से अपनी पूरी क्षमता से कार्य करें |
अफगानिस्तान के कुंदुज प्रांत में बड़ा धमाका |
आने वाले समय में भारत में बिजली की समस्या हो सकती है?
आगे आने वाले समय में भारत में बिजली की बड़ी समस्या हो सकती है क्योंकि भारत में 135 पावर प्लांट ऐसे हैं जो कि पूरी तरीके से कोयले पर चलते हैं ऐसे में कोयला पर्याप्त उपलब्ध नहीं होने के कारण उनको बंद करना पड़ सकता है |
यहां पर हम बताना चाहेंगे कि 135 कोयला प्लांट के अंदर सिर्फ 5 दिनों का ही कोयला बचा हुआ है और अगर 5 दिनों के अंदर कोई लाइन पॉवर प्लांट को बंद करने की जरूरत होगी इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है कि सितंबर के महीने में नॉर्मल जो बारिश होती उससे 27 फ़ीसदी अधिक बारिश हो गई है |
ज्यादा बारिश होने के कारण जिससे जगह पर कोयले की खदान ए लगी हुई है वहां पर काफी ज्यादा बारिश हो गई और उसकी वजह से उनको भी लेकर खदानों के अंदर पानी भर चुका है ऐसे में सरकार चाहकर भी उनको हीरो की खदान से कोयला बाहर नहीं निकाल सकती है क्योंकि सबसे पहले तो उस पानी को निकालने की जरूरत होगी |
कोयले की खदान के अंदर काफी ज्यादा पानी है इसलिए उसे निकाला भी नहीं जा सकता है इसकी वजह से ही देश के अंदर कोयले की कमी हो गई है अगर कुछ अपनों की बात करें तो भारत दुनिया में कोयले का उत्पादन करने में चौथे स्थान पर है जिससे कि आप अंदाजा लगा सकते हैं कि भारत में कितना ज्यादा कोयला का उत्पादन किया जाता है |